पूर्व सांसद व कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी बिजेंद्र सिंह ने प्रदेश सरकार पर कडा प्रहार करते हुए कहा है कि गन्ना किसानों के 5 हजार करोड़ के भुगतान पर गुमराह करने की कोशिश ना करें। चौ. बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि यह किसानों की अपनी निजी धन राशि है, उत्तर प्रदेश सरकार की खैरात नहीं, जिसे कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने भुगतान के लिए बजट में पास किया था। और आज इसी धनराशि को ब्याज माफ कर चीनी मीलों को कर्जा दिया गया है, इसमें किसानों पर एहसान कैसा?
आगे उन्होंने कहा कि ये कर्जा तो गन्ना भुगतान के लिए चीनी मिल वाले उद्योगपतियों को दिया गया है जिसका लाभ उन चीनी मिल मालिकों को मिलेगा जो विगत तीन वर्षों से किसानों के गन्ने की कीमत को अपने उद्योगों में लगाकर मौज उड़ा रहे हैं। न कि किसानों को।
श्री सिंह ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि सरकार किसी की समस्या का समाधान करती है तो तीन तीन बार अपने निर्णयों के उद्घोष एवं जनता को गुमराह करने के लिये करती है जिस तरह माननीय प्रधानमन्त्री मोदी जी ने गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना का उद्घोष किया है और ये भी कहा है कि उक्त योजना में 6 लाख तक का करोड़ों गरीबों का इलाज मुफ्त होगा लेकिन ये योजना मार्च के बाद अप्रैल में लागु होगी। क्योंकि लोकसभा चुनाव भी अप्रैल में ही होगा।
श्री सिंह ने कहा कि ये ऐसा उदाहरण है जिसमें किसी परिवार के बुजुर्ग ने अपने बेटे से कहा था कि बेटे तेरे लिए बहुत जल्दी शादी कर दुल्हन लाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे।